۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
Haj

हौज़ा / हज 2024 के लिए भारतीय हज यात्रियों की आखिरी उड़ान कन्नूर और चेन्नई से मक्का पहुंच ‌ग‌‌ई जबकि मुंबई, अहमदाबाद, कालीकट, से आखिरी उड़ानें 9 जून को रवाना हुईं। याद रहे कि भारतीय हज यात्रियों की पहली उड़ान 8 मई को हैदराबाद से रवाना हुई थी। इस प्रकार 34 दिनों में 471 उड़ानों से 1,39,962 भारतीय हज यात्री सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का पहुंच चुके हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,नई दिल्ली- हज 2024 के लिए भारतीय हज यात्रियों की आखिरी उड़ान कन्नूर और चेन्नई से मक्का पहुंच ‌ग‌‌ईं जबकि  मुंबई, अहमदाबाद, कालीकट, से आखिरी उड़ानें 9 जून को रवाना हुईं।

याद रहे कि भारतीय हज यात्रियों की पहली उड़ान 8 मई को हैदराबाद से रवाना हुई थी।  इस प्रकार 34 दिनों में 471 उड़ानों से 1,39,962 भारतीय हज यात्री सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का पहुंच चुके हैं।

जिन की सेवा के लिए भारतीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और हज कमेटी आफ़ इंडिया द्वारा भेजे गए 1238 डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, काॅरडिनेटर, सहायक हज अधिकारी, हज सहायक और खादिम - उल
-हुज्जाज  मोजूद हैं।

इसके अलावा, भारतीय दूतावास और सी. जी. आई  के कर्मचारी भी चौबीसों घंटे हज यात्रियों की सेवा में लगे हुए हैं। हज कमेटी आफ़ इंडिया के सी, ई, ओ और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में निदेशक डॉ. लियाकत अली अफ़ाक़ी आई. आर. एस, जो वर्तमान में सभी एंबार्गेशन प्वाइंट के प्रदर्शन कि बारीकी से निगरानी कर रहे हैं, ने कहा कि हज 2024 को सुविधाओं से भरपूर और सुगम बनाने के लिए भारतीय हज कमेटी ने हर स्तर पर शुरुआती प्रयास किए हैं।

जिसका नतीजा ये हुआ कि भारत से सऊदी अरब तक की पूरी हज यात्रा के दौरान एक-दो आकस्मिक दुर्घटनाओं को छोड़कर किसी भी हज यात्री को कोई परेशानी नहीं हुई, डॉ. अफ़ाक़ी
ने बताया  कि हज 2024 एक आदर्श हज है, जैसा कि आधार हज यात्रियों की संतुष्टि है।

हज 2024 का सबसे बड़ा एंबार्गेशन प्वाइंट मुंबई था, जहां से महाराष्ट्र के साथ अन्य राज्यों के लगभग 33,000 हज यात्री रवाना हुए, जिन्हें उनके राज्यों द्वारा एकजुट होकर भेजा गया ।

मुंबई  एंबार्गेशन प्वाइंट का नेतृत्व और पर्यवेक्षण विशेष रूप से हज कमेटी आफ़ इंडिया के सी. ई. ओ. डॉ. लियाकत अली अफ़ाक़ी,आई. आर. एस और डिप्टी सी,ई,ओ नज़ीम अहमद, आई,ओ,एफ, एस ने  मुंबई हज हाउस और मुंबई हवाई अड्डे पर मौजूद रह कर किया।

यहां  हज कमेटी आफ़ इंडिया के लगभग 200 अधिकारी, कर्मचारी और सेवाकर्मी  संगठनों के 150 सेवक हज हाउस से हवाई अड्डे तक उड़ान बुकिंग, टिकट, पासपोर्ट का वितरण, हज हाउस में हज यात्रियों के आवास, ट्रकों में सामान की लोडिंग और अनलोडिंग,  हज यात्रियों को बस से लेजाने और अन्य सेवाएँ करने में व्यस्त रहते हैं।

इस वर्ष हज यात्रियों के ठहरने के लिए हज हाउस के साथ-साथ तमिलनाडु हज हाउस, कर्नाटक हज हाउस, मुस्लिम मुसाफिर खाना और अंजुमन में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ आवास की व्यवस्था की गई थी, जहां लगभग 20 से 22 हजार हजयात्री रुके थे।

हज यात्रियों और उनके सामान को हवाई अड्डे तक पहुंचाने के लिए ३०० से अधिक बस और १५० ट्रक  का उपयोग किया गया। गौरतलब है कि मुंबई एयरपोर्ट पर 54 स्टाफ सदस्यों और 45 स्वयंसेवकों को एयरपोर्ट पास दिए गए हैं, जो हर उड़ान पर हज यात्रियों की देखभाल और सेवा करने के लिए मौजूद रहे।डॉ. लियाकत अली अफ़ाक़ी,आईआरएस,सी, ई, ओ। 

हज कमेटी आफ़ इंडिया  ने मुंबई के साथ-साथ गुवाहाटी, लखनऊ और दिल्ली हज एंबार्गेशन प्वाइंट, हज कार्यालय और हवाई अड्डे पर  सभी हज मामलों की समीक्षा की और हज यात्रियों को दुआओं के साथ विदा किया। 

भारत सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव सी, पी, एस, बख्शी भी पूरी दिलचस्पी के साथ हज के मामलों पर नजर रखे हुए थे आप श्रीनगर पहुंचे और हज यात्रियों को सुन्दर शुभकामनाओं के साथ विदा किया।

हज 2024 में पिछले वर्षों की तुलना में हज यात्रियों को उड़ान बुकिंग में सुविधा दी गई है। जिन हज यात्रियों ने ऑनलाइन बुकिंग की थी, उन्होंने उड़ान से छह घंटे पहले हवाई अड्डे पर अपना पासपोर्ट प्राप्त किया।

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